UP Teacher Appointment News : दो लाख शिक्षकों की नियुक्ति का बड़ा निर्णय उत्तर प्रदेश के स्कूलों में शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। केंद्र सरकार से चर्चा के बाद यह फैसला लिया गया है कि मार्च 2026 तक लगभग दो लाख नए शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी। यह पूरी प्रक्रिया चरणों में पूरी होगी और हर चरण में करीब 65 हजार उम्मीदवारों को अवसर मिलेगा। इसका उद्देश्य स्कूलों में स्टाफ की कमी खत्म करना और बच्चों को बेहतर शिक्षा माहौल देना है। वर्तमान में यूपी के स्कूलों में कुल 1,93,862 पद खाली हैं। इनमें 1,81,276 पद प्राथमिक स्तर पर, 3872 पद माध्यमिक स्तर पर और 8714 पद उच्च माध्यमिक स्तर पर खाली हैं। सरकार चाहती है कि तय समय के भीतर इन सभी पदों को भरकर शिक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जाए।
चयन प्रक्रिया कब शुरू होगी?
सरकार के अनुसार नियुक्ति की प्रक्रिया नवंबर 2025 से शुरू की जाएगी। उम्मीदवारों का चयन मेरिट सूची, दस्तावेज़ जांच और जिला आवंटन जैसे चरणों से होकर होगा। मार्च 2026 तक तीन से चार चरणों में इस प्रक्रिया को पूरा करने का लक्ष्य है। यह अभियान 2018 के बाद सबसे बड़ा माना जा रहा है। वर्ष 2018 में लगभग 1,37,500 प्राथमिक शिक्षकों को नियुक्त किया गया था। अब सरकार फिर से 2025–26 तक सभी रिक्त पदों को भरने की तैयारी कर रही है।
एक-एक चरण में 65 हजार शिक्षकों को मौका कई स्कूलों में केवल एक या दो शिक्षक पूरी कक्षाओं की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं, जिससे छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। नई शिक्षा नीति को सही ढंग से लागू करने के लिए पर्याप्त संख्या में शिक्षक होना जरूरी है। इसी वजह से सरकार ने बड़े स्तर पर नियुक्ति की योजना बनाई है।
हर चरण में लगभग 65 हजार पद भरे जाएंगे
प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक—सभी स्तरों पर चयन किया जाएगा। पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन और पारदर्शी होगी। पात्रता परीक्षा, मेरिट, दस्तावेज़ सत्यापन और जिला आवंटन अनिवार्य रहेगा। लक्ष्य है कि मार्च 2026 तक करीब दो लाख पदों की पूर्ति कर दी जाए। चयनित शिक्षकों को नौकरी मिलने के बाद 15 से 30 दिन का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस प्रशिक्षण में डिजिटल शिक्षण, स्मार्ट क्लास, नई शिक्षा नीति और मूल्य आधारित शिक्षा जैसे विषय शामिल होंगे। इस घोषणा के बाद बीएड, डीएलएड, बीटीसी और अन्य प्रशिक्षित युवाओं में नई उम्मीद जगी है। जो अभ्यर्थी लंबे समय से अवसर का इंतजार कर रहे थे, अब उन्हें एक वास्तविक मौका दिख रहा है। अगर यह योजना समय पर पूरी होती है, तो इससे स्कूलों की स्थिति बेहतर होगी और हजारों युवाओं को रोजगार भी मिलेगा। यह कदम प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।







