B.Ed New Rules:शिक्षक बनने की तैयारी कर रहे लाखों युवाओं के लिए बड़ी खबर है राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (NCTE) और शिक्षा मंत्रालय ने 2025 से शिक्षक प्रशिक्षण में कई बड़े बदलावों की घोषणा की है इन सुधारो का मुख्य उद्देश्य बेहतर संवेदनशील और योग्य शिक्षक तैयार करना है सबसे बड़ा परिवर्तन B.ed को लेकर किया गया है पारंपरिक 2 वर्षीय बीएड को धीरे-धीरे खत्म किया जाएगा और उसकी जगह 1 वर्ष का B.Ed कोर्स लागू होगा यह उन अभ्यर्थियों के लिए लागू होगा जिन्होंने 4 वर्षीय स्नातक डिग्री या पोस्ट ग्रेजुएशन की योग्यता पूरी कर ली है 2014 में 1 वर्षीय बीएड कोर्स को बंद कर दिया गया था और अब उसे फिर से लागू किया जा रहा है वही 3 वर्षीय स्नातक डिग्री रखने वाले छात्रों के लिए मौजूदा 2 वर्षीय बीएड कोर्स ही उपलब्ध रहेगा।
अब 1 साल का होगा B.Ed कोर्स
NCTE का मानना है कि शिक्षक बनना केवल एक औपचारिक डिग्री नहीं होता है बल्कि यह सीखने और समझने की पूरी प्रक्रिया होती है 2026 27 से नए 1 वर्षीय बीएड कोर्स को दो सेमेस्टर में बांटा गया है पहले सेमेस्टर में शिक्षक सिद्धांतों और सैद्धांतिक ज्ञान पर ध्यान दिया गया है वहीं दूसरे सेमेस्टर में स्कूलों में प्रैक्टिकल ट्रेनिंग कराई जाएगी सामान्य वर्ग के लिए न्यूनतम 50% और EWS/OBC वर्ग के लिए 45% अंक अनिवार्य किए गए हैं साथ ही इस कोर्स के लिए कोई ऊपरी सीमा भी नहीं रखी गई है जो अभ्यर्थियों के लिए बड़ी राहत की बात है।
डबल कोर्स और इंटर्नशिप के लिए नए नियम
B.ed और डीएलएड कोर्स के द्वारा अभ्यर्थियों को अधिक प्रोफेशनल तरीके से प्रशिक्षण प्राप्त करवाया जाएगा इस परिवर्तन के अंतर्गत सभी विद्यार्थियों को कम से कम 6 महीने की स्कूल इंटर्नशिप करना जरूरी किया गया है यह इंटर्नशिप मान्यता प्राप्त स्कूलों में करवाई जाएगी जहां विद्यार्थी वास्तविक क्लास रूम जैसे माहौल में पढ़ाने का अनुभव ले सकेंगे इससे लेसन प्लानिंग, कक्षा प्रबंधन और बच्चों से संवाद कौशल बेहतर होगा इस कदम से न केवल शिक्षकों की प्रायोगिक क्षमता को बढ़ावा मिलेगा बल्कि उन्हें आत्मविश्वास भी प्रदान करेगा।
अब सिर्फ NCTE मान्यता प्राप्त संस्थानो की डिग्री होगी मान्य
एनसीटीई में यह स्पष्ट किया है कि अब केवल मान्यता प्राप्त संस्थाओं की डिग्री को ही वैध माना जाएगा गैर मान्यता प्राप्त कॉलेज से ली गई डिग्री को आस्वीकार किया जाएगा एनसीटीई के इस निर्णय का उद्देश्य शिक्षक शिक्षा की गुणवत्ता को बनाए रखना है और ऐसे संस्थानों पर रोक लगाना है जो बिना आवश्यक मान्यता के कोर्स चल रहे हैं और इसके साथ ही नए कोर्स में ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों का ही मिश्रण शामिल किया जाएगा सैद्धांतिक पढ़ाई ऑनलाइन और प्रतिभा कला वा इंटर्नशिप ऑफलाइन स्कूलों में की जाएगी।
2030 से शिक्षक बनने के लिए ITEP अनिवार्य
NCTE ने 4 वर्षीय ITEP को मंजूरी दी है यह एक ऐसा कोर्स है जिसमें स्नातक और बीएड दोनों एक साथ शामिल किए जाते हैं 2027 में इसका पहला बैच पास होगा और 2030 से शिक्षक चयन के आधार के रूप में अनिवार्य किया जाएगा फिलहाल कुछ संस्थान ही इस कोर्स को चला रहे हैं और NTA इसके लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित कर रही है यह एक चार वर्षीय समग्र कोर्स है जिसमें शिक्षक बनने की सभी बुनियादी और उन्नत क्षमताओं का विकास किया जाएगा।
भारत में शिक्षा व्यवस्था एक नए दौर में प्रवेश कर रही है एक वर्षीय बीएड कोर्स को शुरू करने से न केवल शिक्षक प्रशिक्षण की प्रक्रिया को तेजी मिलेगी बल्कि यह शिक्षक के पेशें को अधिक सम्मानजन बनाएगी।






